‘मैं अटल हूं’ को टैक्स फ्री करने की मांग, नेता जी के परिवार ने कहा- पंकज जी हमारे परिवार के व्यक्ति हो गये
देश के प्रतिष्ठित दिवंगत नेता श्री अटल बिहारी वाजपेयी के जीवन पर आधारित फिल्म ‘मैं अटल हूं’ 19 जवनरी को रिलीज हुई। विनोद भानुशाली, संदीप सिंह और कमलेश भानुशाली के भानुशाली स्टूडियोज बैनर तले निर्मित ‘मैं अटल हूं’ में पंकज त्रिपाठी ने मुख्य भूमिका अदा की है। फिल्म रवि जाधव के निर्देशन में बनी है, जो बालगंधर्व जैसी फिल्म बनाने के लिए जाने जाते हैं। इस फिल्म के लिए उन्हें नेशनल अवॉर्ड तक मिल चुका है। उनकी निर्देशित फिल्म ‘मैं अटल हूं’ की हर ओर प्रशंसा हो रही है। हाल ही में विनोद भानुशाली व पंकज त्रिपाठी को अटल फाउंडेशन ने उनके अतुल्नीय काम के लिए सम्मान पत्र प्रदान किया।
जीवनी किसी की भी हो, वह दूसरे को बस दो वजहों से आकर्षित करती है। एक उसकी शख्सियत का शुक्ल पक्ष और दूसरा पक्ष वो जिसके बारे में उसके जीते जी ज्यादा बातें नहीं हो सकीं। पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी को चाहने वाले देश में करोड़ों की तादाद में हैं। उनको प्रधानमंत्री बनते देखना एक पूरी पीढ़ी के लिए ऐसा सुख रहा है, जिसके बारे में बताने के लिए शायद सही शब्द तलाशना मुश्किल हो। एक वोट से जब वाजपेयी की सरकार गिरी, उस दिन दूरदर्शन की टीआरपी ने संसद से सीधे प्रसारण के मामले में नया रिकॉर्ड बनाया था। जिस तेवर के साथ वाजपेयी ने कहा, ‘मैं जा रहा हूं राष्ट्रपति को अपना इस्तीफा सौंपने…!’ वह छवि उनके प्रशंसकों और विरोधियों दोनों के मन में अंकित है। उस छवि में अब पंकज त्रिपाठी को रखकर देखिए। ‘ओएमजी 2’ फेम पंकज त्रिपाठी। वो पंकज त्रिपाठी जो अपने भीतर के कलाकार के नवोन्मेष के लिए मेहनत करने को तैयार हैं, जोखिम लेने को तैयार हैं।
अटल जी के परिवार ने की फिल्म को टैक्स फ्री करने की मांग
मुंबई में फिल्म का ट्रेलर लॉन्च इवेंट ऑर्गनाइज किया गया था। इस इवेंट में बॉलीवुड के दिग्गज अभिनेताओं और अभिनेत्रियों ने अपनी उपस्थिति दर्ज कराई। फिल्म की कास्ट के साथ-साथ नवाजुद्दीन सिद्दीकी, शालिन भनोत, ध्वनि भानुशाली, जनई भोसलें सरीखे आर्टिस्ट ने हिस्सा लिया। 19 जनवरी 2024 को मुंबई में रात 9 बजे हुए ”मैं हूं अटल” के प्रीमियर पर मुख्य अतिथि श्रीमती माला वाजपेयी तिवारी- अटल जी की भतीजी, नाती- अभिषेक तिवारी, जिनमें अटल जी की झलक साफ दिखती है व नाती दामाद कपिल मिश्रा आमंत्रित थे। समाजसेवी श्री कपिल मिश्रा से एक छोटी सी मुलाकात के दौरान उन्होंने वाजपेयी साहब के साथ उनके सरल स्वभाव के बारे में बताया और कहा विनोद भाई व रवि जी की जोड़ी ने बहुत अद्भुत काम किया है। इस पिक्चर को टैक्स फ्री कर देना चाहिए व इन्हें दादा साब फाल्के अवॉर्ड मिलना चाहिए। इसके बाद उन्होंने कहा- ‘पंकज भाई ने नानाजी की भूमिका बहुत अच्छी तरह से निभाया है। वे तो अब हमारे परिवार के व्यक्ति हो गये हैं।
अटला के अटल बिहारी वाजपेयी बनने की कहानी
फिल्म ‘मैं अटल हूं’ सिर्फ दो घंटे 20 मिनट की फिल्म है। इस लिहाज से चुनौती इसके निर्देशक रवि जाधव के सामने इस बात की रही कि वाजपेयी के जीवन का इसमें कौन-सा अध्याय शामिल करें और कौन-सा नहीं? कहानी वहां से शुरू होती है, जहां अटल को उनके घर वाले अटला कहकर बुलाते हैं। पिता लोगों की आंखों में आंखें डालकर बात करने की सीख देते हैं और साथ में पढ़ने कानपुर तक चले आते हैं। वाजपेयी का संघ प्रेम यहीं पूरी तरह परिलक्षित होता है। पिता की आज्ञा लेकर वह देशसेवा के लिए निकलते हैं। इंदिरा की इमरजेंसी से दो चार होते हैं, राजनीतिक भंवरों से पार पाते हैं और आखिरकार देश के प्रधानमंत्री बनने में कामयाब होते हैं। भाजपा के मुंबई अधिवेशन में बिना उनसे पूछे आडवाणी जब वाजपेयी को प्रधानमंत्री पद का चेहरा घोषित करते हैं, तो फिल्म भावुकता के चरम पर होती है। भावुकता की एक बयार फिल्म में वाजपेयी और राजकुमारी की प्रेम कहानी भी है। अगर सिर्फ इसी एक अंतर्कथा पर कोई अलग से फिल्म बने तो ये एक विलक्षण प्रेम कहानी नई पीढ़ी के सबक के तौर पर बन सकती है।
वाजपेयी का स्तुति गान नहीं
अटल बिहारी वाजपेयी की दिल को छू लेने वाली कविताएं, उनका ओजस्वी भाषण और विपक्ष को अपने मजाकिया अंदाज से ढेर कर देने वाले पूर्व प्रधानमंत्री की ये बायोपिक उनका स्तुति गान नहीं है। फिल्म निर्माता विनोद भानुशाली ने इसे एक तटस्थ फिल्मकार के रूप में बनाने की कोशिश की है। और इसमें कमोबेश वह सफल भी रहे हैं। फिल्म के लिए रवि जाधव का बतौर निर्देशक चुनाव उनका महत्वपूर्ण फैसला रहा और उससे पहले पंकज त्रिपाठी को वाजपेयी के रोल मे चुनना उससे अहम सोच रही। फिल्म ‘मैं अटल हूं’ पूरी तरह से पंकज त्रिपाठी की फिल्म है। पूरी फिल्म को लिखा भी रवि और ऋषि ने इसी अंदाज में है कि कथानक का केंद्र बिंदु उन्हीं का किरदार बना रहता है। फिल्म कारगिल युद्ध और वाजपेयी के प्रधानमंत्रित्व काल में हुए परमाणु परीक्षण तक आकर थम जाती है। गुंजाइश इसकी सीक्वल बनने की इसके बाद नजर आती है, लेकिन जनता का मानना है कि इस अध्याय को यहीं विराम दे देना चाहिए।
‘मैं अटल हूं’ पंकज त्रिपाठी भारत के 10वें प्रधानमंत्री श्री. अटल बिहारी वाजपेयी के रोल में नजर आए, वहीं पीयूष मिश्रा, श्री कृष्ण बिहारी वाजपेयी के रूप में, अटल बिहारी वाजपेयी के पिता, एक स्कूल शिक्षक का किरदार निभाते दिखे। राजा रमेशकुमार सेवक ने लालकृष्ण आडवाणी, दया शंकर पांडे पंडित के रूप में दीन दयाल उपाध्याय, डॉ. श्यामा प्रसाद मुखर्जी बने हैं प्रमोद पाठक, इंदिरा गांधी के रूप में पायल नायर, प्रमोद महाजन के रूप में हर्षद कुमार, प्रसन्ना केतकर एमएस गोलवलकर के रूप में, जवाहरलाल नेहरू के रूप में हरेश खत्री, सोनिया गांधी के रूप में पाउला मैकग्लिन, सुषमा स्वराज के रूप में गौरी सुखतंकर, रिपोर्टर के रूप में कृष्णा सजनानी बेहतरीन अदाकारी करते नजर आते हैं।