आत्म-विकास की शक्ति की विशेषताएं बताती है नई पुस्तक “ब्लेज़: अ सन्स ट्रायल बाय फायर: अ ट्रू स्टोरी”
“ब्लेज़: अ सन्स ट्रायल बाय फायर: अ ट्रू स्टोरी”नामकपुस्तक में लेखकसुशील पोद्दार और निधि पोद्दार अपने बेटे दिव्यांश की प्रेरणात्मक कहानी और कैंसर के साथ उसकी लड़ाई साझा करते हैं। कैंसर से पीड़ित होने के बावजूद दिव्यांश का कभी हार ना मानने वाला जज़्बाइस कहानी को पढ़ने वाले सभी पाठकों के लिए प्रेरणा का स्त्रोत हो सकता है।
यह किताब केवल दिव्यांश की जीवन-यात्रा के बारे में हीनहीं है, बल्कि परिजनों के रूप में यह उसके माता पिता की यात्रा के बारे में भी है। अपने बेटे के कैंसर जैसी जानलेवा बीमारी से ग्रस्त होने के बाद किस प्रकार उन्होंने संघर्ष किया इसके बारे में लेखकों ने विस्तार से अपने अनुभवों को लिखा है।“ब्लेज़: अ सन्स ट्रायल बाय फायर: अ ट्रू स्टोरी”यह पुस्तककैंसर जैसी बीमारी का सामना करते हुए आत्म-खोज,विमोचन और आत्मबोध के महत्व का प्रमुखता से वर्णन करती है।
अपनी पुस्तक के माध्यम से लेखकों का यह प्रयास है कि कैंसर मरीज़ों के प्रति समाज की रूढीवादी सोच को तोड़ाजाए और दुनिया को यह बताया जाए कि कैंसर जैसा रोग मरीज़ के साथ-साथ उसके परिजनों के लिए भी आत्म-विकास का कारण बन सकता है।उनका विश्वास है कि यह हम पर निर्भर करता है कि इस संघर्ष भरी राह पर हम किस प्रकार चलने का फैसला करते हैं जो शायदहमें आत्म-बोध की ओर भी ले जा सकता है।
पुस्तक के लेखक-द्वय निधि और सुशील पोद्दार ने प्रतिक्रिया देते हुए कहा, “हम चाहते हैं कि हमारे पाठक यह जानें की कैंसरका मतलब सबकुछ खत्म होनानहींहोता है। यह एक ऐसा रास्ता है जो हमें आत्म-विकास और आत्म-खोज की ओर भीले जाता है। दिव्यांश की कहानी के माध्यम से हम उम्मीद करते हैं कि हम दूसरों कोजीवनमेंआईचुनौतियोंसेलड़ते रहने और कभी हार ना मानने के लिए प्रेरित और उत्साहित कर सकें। हमारा यह मानना है कि “ब्लेज़: अ सन्स ट्रायल बाय फायर: अ ट्रू स्टोरी” केवल कैंसर के बारे में एक पुस्तक नहीं है,बल्कि यह एक साधन है जिसके माध्यम सेजीवनमेंआईचुनौतियोंमेंछिपी अनंतसंभावनाओंकोतलाशनेकी हमें प्रेरणा मिलती है। हम पाठकों से आग्रह करते हैं कि वे हमारे साथ उम्मीद और समुत्थान शक्ति की इस यात्रा में शामिल हों।”
“ब्लेज़: अ सन्स ट्रायल बाय फायर: अ ट्रू स्टोरी” एक ऐसी पुस्तक है जो पाठकों को उनके जीवन में आनेवाले किसी भी चुनौती का सामना करने के लिए प्रेरित करेगी। यह साहस, दृढ-संकल्प और मानवीय भावना का एक उत्सव है।
“ब्लेज़: अ सन्स ट्रायल बाय फायर: अ ट्रू स्टोरी” अब अमेज़ॉन इंडिया पर उपलब्ध है। हिंदी पाठकों के लिए इस पुस्तक का हिंदी संस्करण “ब्लेज़: एक बेटे की अग्निपरीक्षा”भी उपलब्ध है।