यूको बैंक पीसीए (प्रॉम्प्ट करेक्टिव एक्शन) ढांचे से बाहर : आरबीआई
सूरत, गुजरात: यूको बैंक के कार्यपालक निर्देशक (Executive Director) अजय व्यास ने सूरत की मुलाकात ली। उन्होंने यूको बैंक के स्टॉफ और ग्राहकों से मुलाकात की। उन्होंने यूको बैंक के सूरत स्टाफ की तारीफ की और पत्रकारों से बातचीत के दौरान उन्होंने बताया कि वर्ष 1985 में बैंक के इतिहास में एक नया अध्याय तब जुड़ा जब संसद के अधिनियम के तहत इसका नाम परिवर्तित कर यूको बैंक रखा गया। नाम परिवर्तन के बावजूद हमारे प्रति बैंक के ग्राहकों का सौहार्द बना रहा और सामाजिक दायित्वों के प्रति हमारी प्रतिबद्धता बरकरार रही। आज भी देश के एक प्रभावी बैंक के रूप में हमारा बैंक सुख्यात है। यूको बैंक ने एक लंबी यात्रा तय की है और अपनी समस्त आंतरिक क्षमताओं के कारण यह ग्राहकों का मित्र बैंक तथा निपुण बैंकर का प्रतीक बन गया है। वस्तुत: यूको बैंक आपके विश्वास का सम्मान करता है।
आरबीआई ने कहा, यूको बैंक को पीसीए (प्रॉम्प्ट करेक्टिव एक्शन) ढांचे से बाहर कर दिया है और प्रतिबंध हटा दिए हैं। हालांकि, उन्होंने कहा कि निर्णय कुछ शर्तों और निरंतर निगरानी के अधीन है। केंद्रीय बैंक ने कहा कि वित्तीय पर्यवेक्षण बोर्ड द्वारा यूको बैंक के प्रदर्शन की समीक्षा की गई और यह नोट किया कि 31 मार्च, 2021 को समाप्त वर्ष के लिए इसके प्रकाशित परिणामों के अनुसार, बैंक पीसीए मापदंडों का उल्लंघन नहीं किया है। बैंक ने एक लिखित प्रतिबद्धता प्रदान की है कि वह न्यूनतम नियामक पूंजी के मानदंडों और सुधार के कदमों का पालन करेगा। आरबीआई के बयान में कहा गया है, उपरोक्त को ध्यान में रखते हुए यह निर्णय लिया गया है कि यूको बैंक को कुछ शर्तों और निरंतर निगरानी के अधीन पीसीए प्रतिबंधों से बाहर कर दिया गया है।
कोरोना संकट के बीच सार्वजनिक क्षेत्र के यूको बैंक ने ग्राहकों को ब्याज दर में राहत की घोषणा की है। यूको बैंक ने कहा कि अब होम लोन पर ब्याज दर 6.50 फीसदी से शुरू होगी।