धर्मप्रादेशिक

सूरत मे चलेगा श्री राम जन्म भूमि मंदिर निर्माण अभियान

यह अभियान 15 जनवरी को मकर संक्रांति से 27 फरवरी को माघ पूर्णिमा तक चलने वाला है

सूरत : हम सभी जानते हैं कि 492 वर्षों के संघर्ष के बाद, अयोध्या में भगवान श्री रामचंद्रजी के जन्म स्थान पर मंदिर निर्माण की प्रक्रिया आगे बढ़ रही है।

श्री राम धर्म का मूल स्वरूप है। उन्होंने स्वयं धर्म को जी कर बताया है । आक्रमणकारियों ने राम मंदिर को ध्वस्त करके हिंदू समुदाय का अपमान करने का प्रयास किया । यह हजारों साल पुरानी हिंदू संस्कृति, जीवन पद्धति और परंपरा को नष्ट करने का षड्यंत्र था । इसलिए वर्तमान में अयोध्या में श्री राम मंदिर बनाया जा रहा है। जो सिर्फ एक मंदिर नहीं है, बल्कि एक ऐसा मंदिर है जो भारत के स्वाभिमान को जागृत करता है। इसीलिए राम मंदिर निर्माण द्वारा राष्ट्र मंदिर का निर्माण होने जा रहा है।

प्रत्येक हिन्दू अपने परिवार से १० रु., १०० रु., १००० रु., अपनी क्षमता अनुसार अधिकतम राशि का समर्पण करके श्री राम मंदिर निर्माण द्वारा बन रहे राष्ट्र मंदिर निर्माण में हनुमान, अंगद, वाली, वानर, या गिलहरी बनकर अपना समर्पण करे ऐसी अपेक्षा है।

यह अभियान 15 जनवरी को मकर संक्रांति से 27 फरवरी को माघ पूर्णिमा तक चलने वाला है। यह जानकारी अभियान समिति के द. गु. के उपप्रमुख श्री नंदकिशोर शर्मा, ने दी थी ।

समिति सूरत शहर के अध्यक्ष, श्री प्रमोद जी चौधरी के अनुसार, सम्पूर्ण सूरत शहर श्री राम मंदिर निर्माण अभियान में जुड़ने के लिए उत्साह और उमंग दिखा रहा है। सूरत में, विभिन्न समाजों के अग्रणी अपने अपने समाज के वरिष्ठों के साथ बैठकें कर रहे हैं। बैठक में समाज का कोई भी व्यक्ति पीछे नहीं रहना चाहता है। सदियों से संघर्ष के बाद बन रहे इस भव्य मंदिर के निर्माण में, प्रत्येक अवलंबी अपने समर्पण के साथ अग्रेसर रहना चाहते है ।

सूरत में, हीरा, कपड़ा, बिल्डर जैसे विभिन्न उद्योगों में धन एकत्रित करने के प्रयासों को लागू किया गया है। संपूर्ण सूरत मंदिर के निर्माण में भाग लेने के लिए उत्साहित है। श्री राम जन्मभूमि मंदिर निर्माण अभियान समिति ने सूरत के सभी अस्पतालों, फैक्ट्री और बड़े उद्योगों के श्रमिक समूह से श्री राम मंदिर के निर्माण में उनके समर्पण के रूप में एक दिन का वेतन देने का आह्वान करते है।

समिति के अग्रणीयो ने दुनिया के सबसे बड़े धन संग्रह अभियान में पारदर्शिता बनाए रखने के लिए सूरत के रामप्रिय हिंदू समुदाय को समर्पण राशि देते समय रसीद / कूपन मांगने का आग्रह करने के लिए जानकारी दी।

इस प्रेस वार्ता में सूरत समिति के अध्यक्ष श्री नितिनभाई पटेल, डायमंड एसोसिएशन के पूर्व अध्यक्ष श्री बाबूभाई गुजराती, आर.एस.एस. सूरत के मंत्री केतनभाई लापसीवाला, वि.ही.परिषद सूरत महानगर उपाध्यक्ष और अभियान समिति के सदस्य विक्रमसिंहजी शेखावत उपस्थित थे।

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