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‘स्वतंत्रता का विज्ञान फिल्मोत्सव’ के लिए 31 जुलाई तक भेज सकते हैं प्रविष्टियां

नई दिल्ली: विज्ञान प्रसार (वीपी) और विज्ञान भारती (विभा) ने औपनिवेशिक शासन से भारत की स्वतंत्रता की75वीं वर्षगांठ के महत्वपूर्ण अवसर परएक ऑनलाइन विज्ञान फिल्म महोत्सव आयोजित करने की योजना बनायी है।

“स्वतंत्रता का विज्ञान फिल्मोत्सव” नामक यह कार्यक्रम देश के ऐतिहासिक अवसर को चिह्नित करने के लिए ‘स्वतंत्रता का अमृत महोत्सव’ के रूप में सरकार द्वारा आयोजित किए जा रहे कार्यक्रमों की एक श्रृंखला का हिस्सा है।

इस विज्ञान फिल्मोत्सव के लिए अधिकतम 60 मिनट तक की अवधि के वृत्तचित्र, डॉक्यू-ड्रामा, एनिमेशन और लघु वीडियो के रूप में प्रविष्टियां भेजी जा सकती हैं। इस प्रतियोगिता की एक अनिवार्य शर्त यह है कि प्रविष्टियों के रूप में भेजी जाने वाली फिल्में गत 10 वर्षों (01 अगस्त 2011 से 31 जुलाई 2021) के बीच निर्मित हुई हों। इससे पहले बनी फिल्मों पर प्रतियोगिता में विचार नहीं किया जाएगा।

प्रविष्टियां तीन व्यापक विषयों पर हो सकती हैं: ‘भारत के स्वतंत्रता आंदोलन में वैज्ञानिकों की भूमिका’; ‘भारत के स्वतंत्रता आंदोलन में भारत के प्रमुख विज्ञान संस्थान’; और ‘1947 या स्वतंत्रता पूर्व युग के दौरान भारत में विज्ञान और प्रौद्योगिकी’। कोई भी भारतीय नागरिक इस विज्ञान फिल्म उत्सव में भाग ले सकता है। प्रतियोगिता में शामिल होने की कोई आयु सीमा नहीं है और कोई पंजीकरण शुल्क भी नहीं है।

प्रतियोगिता में शामिलसर्वश्रेष्ठ प्रविष्टियों के लिए पुरस्कार दिए जाएंगे। प्रथम पुरस्कार के रूप में ट्रॉफी और प्रमाण पत्र के साथ 1,50,000/- रुपये नकद दिए जाएंगे। दूसरे पुरस्कार के रूप में 1,00,000/- रुपये नकद,ट्रॉफी एवं प्रमाण पत्र प्रदान किया जाएगा। जबकि, ट्रॉफी और प्रमाण पत्र के साथ तीसरा पुरस्कार 75,000/- रुपये का होगा।

प्रविष्टियां जमा करने की अंतिम तिथि 31 जुलाई 2021 है। एक व्यक्ति अधिकतम दो प्रविष्टियां भेज सकता है। हालांकि, प्रत्येक प्रविष्टि के लिए अलग प्रवेश फॉर्म की आवश्यकता होगी। फिल्मों को किसी भी भारतीय भाषा में प्रस्तुत किया जा सकता है। हिंदी या अंग्रेजी के अलावा अन्य भाषाओं में निर्मित फिल्मों का उप-शीर्षक हिंदी या अंग्रेजी में होना चाहिए। इस वर्ष 13 अगस्त से 15 अगस्त के दौरान महोत्सव का आयोजन संभावित रूप से निर्धारित किया गया है।

इस विज्ञान फिल्मोत्सव से जुड़े दिशा-निर्देशों के अनुसार, प्रतियोगिता में प्राप्त फिल्मों की गैर-व्यावसायिक स्क्रीनिंग /ऑनलाइन संस्करणों के लिए आवश्यक होने पर फिल्म प्रविष्टियों को प्रदर्शित करने और गैर-प्रतिस्पर्धी श्रेणियों में अन्य राष्ट्रीय तथा अंतरराष्ट्रीय उत्सवों में भाग लेने के लिए आयोजकों के पास नॉन-एक्सक्लूसिव अधिकार होंगे। आयोजकों के पास प्रचार उद्देश्य के लिए 45 सेकंड तक के फिल्म फुटेज उपयोग करने की स्वतंत्रता भी होगी।

पुरस्कार राशि निर्माता (कॉपी राइट धारक) और निर्देशक के बीच समान रूप से वितरित की जाएगी। निर्देशक को ट्रॉफी प्रदान की जाएगी और निर्माता एवं निर्देशक दोनों को प्रमाण पत्र प्रदान किए जाएंगे।

विज्ञान फिल्मोत्सव में भागीदारी के नियम और शर्तों से जुड़ी विस्तृत जानकारी विज्ञान प्रसार की वेबसाइट www.vigyanprasar.gov.in पर उपलब्ध है। (इंडिया साइंस वायर)

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